Trimbakeshwar Famous Pandit
Trimbakeshwar Navgrah Shanti Puja
According to Vedas and Shastras there are many planets & stars but only
Nine (Nav=9)
Planets (Grah) and 27stars that fell into immediate circumference of the
solar system
and are likely to affect our lives depending upon their position in our
natal chart
are considered. These nine planets form an orbit called as Navagraha
Mandal.
The nine "grahas" or planets in our horoscope control our karma, our
desires and their outcomes.
Each of these nine planets exerts an influence in our lives, which is
called "dasa" and it can
be known from one's horoscope. Navagraha Shanti pooja is undertaken to
reduce the pessimistic
effects and improve the optimistic energies related to a person.
The nine planets have special kshetras ( place of worship ) in South
India. Most of them are
concentrated near the Thanjavur district. Navagraha pooja will be
helpful, when the concerned
planet dasa or sub-dasa is in operation or if the planet is associated
with malefics or is in
the 3rd, 6th, 8th, or 12th house.
Also as said earlier only 9 planets and 27 stars are considered. Within
this Navagraha
Mandal (the orbit formed by 9 planets) exist seven gods viz: Ganesha,
Durga, Vaayu, Aakash,
Ashwini, Kshetrapaal and Vaastoshpati.
Enclosing this Navagraha Mandal there are another ten gods called
Dashadik-Paalak.
Enclosing Dashadik-Paalak is the set of lord that signifies our nature,
which are
classified as Satva Guna , (Kindheartedness) Rajoguna (Obsessive
ness)andTamoguna
(Rowdiness, Ruthless, Wickedness).
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Navgrah Shanti Puja in Hindi
अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि ‘समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को
कुछ नहीं मिलता’।
ज्योतिषशास्त्र भी मानता है कि ग्रहों की दशा, ग्रहों की चाल का प्रभाव
जातक पर पड़ता है। जातक की जन्मतिथि,
जन्म स्थान एवं जन्म के समयानुसार उसकी कुंडली बनती है जिसमें 9 ग्रहों की
दशा का विवरण होता है और उसी के
अनुसार यह अनुमान लगाया जाता है कि जातक का भविष्य कैसा रहेगा। यदि जातक की
कुंडली में किसी प्रकार का ग्रह
दोष होता है तो वह उसे प्रभावित करता है। हमारे सौरमंडल में 9 ग्रह यानि
सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि,
राहु व केतु माने गये हैं हालांकि राहु व केतु को विज्ञान के अनुसार ग्रह
नहीं माना जाता लेकिन ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ये
बहुत ही प्रभावशाली ग्रह हैं इन्हें छाया ग्रह की संज्ञा भी दी जाती है। इन
सभी ग्रहों के गुणों का समावेश प्रत्येक जातक में
मिलता है। यदि किसी जातक का कोई ग्रह कमजोर हो या दशा अनुसार उनका विपरीत
प्रभाव जातक पर पड़ रहा हो तो
उन्हें शांत करने के उपाय भी ज्योतिषशास्त्र देता है आज आपको इन्ही उपायों
के बारे में बतायेंगें और बतायेंगें कि कैसे
करें नवग्रहों की पूजा और क्या है नवग्रह पूजन की विधि।
हमारे जीवन में जो भी अच्छा या बुरा हो रहा होता है उसके पिछे ग्रहों की चाल
एक बड़ा कारण है।
इन तमाम उतार चढ़ावों को रोकने के लिये और क्रोधित ग्रह को शांत करने के
लिये धार्मिक व पौराणिक ग्रंथों
में नव ग्रह यानि जीवन को प्रभावित करने वाले समस्त 9 ग्रहों की पूजा करने
का विधान है। ज्योतिषशास्त्र के
अनुसार राशियां 12 होती हैं। प्रत्येक राशि में प्रत्येक ग्रह अपनी गति से
प्रवेश करते हैं। इसे ग्रहों की चाल कहा
जाता है एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने पर भी अन्य राशियों पर उसका
सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव
पड़ता है। प्रत्येक जातक में प्रत्येक ग्रह के गुण भी पाये जाते हैं। जैसे
सूर्य से स्वास्थ्य, चंद्र से सफलता तो मंगल
सम्रद्धि प्रदान करता है। इसी तरह से हर ग्रह के अपने सूचक हैं जो हमारे
जीवन को कहीं ना कहीं प्रभावित करते हैं।
मंत्रोच्चारण के जरिये इन ग्रहों को साधा जाता है और उनकी सही स्थापना की
जाती है। कमजोर ग्रहों का बल प्राप्त
करने के लिये कुछ विशेष उपाय भी ज्योतिषाचार्यों द्वारा सुझाये जाते हैं।
इस प्रक्रिया को नवग्रह पूजा या नवग्रह पूजन
कहा जाता है।
नवग्रह-पूजन के लिए सबसे पहले ग्रहों का आह्वान किया जाता है। उसके बाद उनकी
स्थापना की जाती है। फिर बाएँ हाथ में
अक्षत लेकर मंत्रोच्चारण करते हुए दाएँ हाथ से अक्षत अर्पित करते हुए
ग्रहों का आह्वान किया जाता है। इस प्रकार सभी
ग्रहों का आह्वान करके उनकी स्थापना की जाती है। इसके उपरांत हाथ में अक्षत
लकेर मंत्र उच्चारित करते हुए नवग्रह
मंडल में प्रतिष्ठा के लिये अर्पित करें। अब मंत्रोच्चारण करते हुए
नवग्रहों की पूजा करें। ध्यान रहे पूजा विधि किसी विद्वान
ब्राह्मण से ही संपन्न करवायें। पूजा नवग्रह मंदिर में भी की जा सकती है।
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